Mukhyamantri Bal Gopal Yojana:मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना हफ्ते में 2 दिन मिलेगा बच्चों को दूध,जानिए लाभ और पात्रता
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana आप सभी जानते हैं कि बच्चे का पोषण कितना महत्वपूर्ण होता है। एक स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जीने के लिए अच्छा पोषण अत्यंत आवश्यक है। बच्चों को सही ढंग से पोषण नहीं मिलने पर उनमें कुपोषण की कमी हो सकती है, जिससे उनका सम्पूर्ण विकास प्रभावित हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, बच्चे कमजोर और बीमार हो सकते हैं, जिससे उन्हें ना केवल शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं, बल्कि उनकी शिक्षा और खेल-कूद में भी कमी आ सकती है।
राजस्थान सरकार ने इस महत्वपूर्ण समस्या का समाधान करने के लिए Mukhyamantri Bal Gopal Yojana की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, सरकार कक्षा एक से आठ वीं तक के सभी बच्चों को निशुल्क दूध प्रदान करेगी, जिससे उनका सही पोषण सुनिश्चित हो सकता है। इस पहल के माध्यम से, सरकार ने बच्चों के स्वस्थ और तंदुरुस्त विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी। इस योजना के माध्यम से, हम समाज में स्वस्थ और सकारात्मक परिवर्तनों की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं और बच्चों के जीवन को सुधारने का संकल्प ले रहे हैं।
राजस्थान के निवासी बनकर आप भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं जो आपके बच्चों के स्वस्थ विकास को सुनिश्चित करने के लिए शुरू की गई है। ‘मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना’ के बारे में जानने के लिए, इस लेख को पूरा एवं ध्यानपूर्वक पढ़ें। यह लेख योजना के उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, और पात्रता मापदंड के बारे में आपको सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana क्या है ?
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2023 का शुभारंभ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने 29 नवंबर 2022 को सिविल लाइन जयपुर में किया। इस योजना का पूरा लाभ राजस्थान के सभी क्षेत्रों में होगा। योजना के अनुसार, कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को हफ्ते में दो बार, अर्थात मंगलवार और शुक्रवार को, दूध प्रदान किया जाएगा।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के अनुसार, स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को हफ्ते में दो बार, अर्थात मंगलवार और शुक्रवार को, 15 ग्राम पाउडर दूध से 150 मिलीमीटर दूध प्रदान किया जाएगा। उसी तरह, कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए 20 ग्राम पाउडर दूध से 200 मिलीमीटर दूध सप्ताह में दो बार स्कूलों में प्रदान किया जाएगा। यह योजना बच्चों को स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना बच्चों को स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के तहत राजस्थान में स्थित विभिन्न विद्यालय, प्राइमरी विद्यालय, मदरसों, और विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में राज्य सरकार द्वारा पाउडर वाला दूध उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए, राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फाउंडेशन से पाउडर मिल्क की खरीद की जाएगी। यह उपाय योजना के अंतर्गत बच्चों को सही पोषण प्रदान करने के लिए किया गया है और साथ ही स्थानीय डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा।
अपडेट 20 जून:- मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना से प्रदेश के 69 लाख बच्चों को मिल रहा है पौष्टिक दूध।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने नवंबर 2022 में मिड डे मील योजना के तहत पौष्टिक दूध की दृष्टि से बच्चों के स्वास्थ्य समृद्धि के लिए ‘मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना’ की शुरुआत की है। Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के अन्तर्गत राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को सप्ताह में 2 दिन पौष्टिक दूध दिया जा रहा है।
इससे करीब 69 लाख 22 हजार बच्चों को मिल्क पाउडर से तैयार दूध सप्ताह में 2 दिन बुधवार और शुक्रवार को प्रदान किया जा रहा है। यदि स्कूलों में बुधवार और शुक्रवार को किसी कारण से अवकाश होता है तो अगले शैक्षणिक दिवस पर बच्चों को दूध उपलब्ध करवाया जाता है। इस योजना के माध्यम से अब बच्चों को विद्यालय में गुणवत्ता शिक्षा के साथ-साथ जरूरी पोषक तत्व भी मिल रहे हैं।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के अंतर्गत राजकीय विद्यालयों, संस्कृत विद्यालयों, और मदरसों में विद्यार्थियों को सप्ताह में 2 दिन उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से राज्य के नौनिहाल स्वस्थ होगे और भावी करणकारों का मानसिक विकास भी हो सकेगा। इस योजना से राजकीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति में भी वृद्धि हो रही है। इसके अलावा, यह योजना बच्चों के परिजनों को बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेगी, जिससे स्कूलों में नामांकन में वृद्धि होगी और बच्चों को ड्रॉपआउट को रोकने में भी मदद मिलेगी।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana का उद्देश्य
राजस्थान सरकार ने Mukhyamantri Bal Gopal Yojana को प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य राज्य के विद्यालय, प्राइमरी विद्यालय, मदरसों, और विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को पोषण प्रदान करने के लिए दूध का वितरण करना है। इस योजना के तहत कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को कुपोषण से रोकने के लिए पाउडर मिल्क से तैयार दूध सप्ताह में दो बार उपलब्ध करवाया जाएगा।
इस योजना के माध्यम से पाउडर मिल्क एवं आपूर्ति राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फाउंडेशन लिमिटेड से किया जाएगा। प्रार्थना सभा के तुरंत बाद स्कूलों में बालों को को दूध पिलाया जाना है। निर्धारित दिन अवकाश होने पर अगले शिक्षक दिवस पर छात्र-छात्राओं को दूध पिलाया जाएगा। दूध से बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास में तीर गति होगी एवं बीमारियों से भी दूर रहेंगे। इस योजना के माध्यम से बच्चों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन युक्त दूध मिलने से स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana की जानकारी
योजना का नाम | Mukhyamantri Bal Gopal Yojana |
किसके द्वारा शुरू की गई | राजस्थान सरकार द्वारा |
किसके द्वारा पेश की गई | राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा |
कब शुरू की गई | 29 नवंबर, 2022 |
लाभार्थी | कक्षा एक से आठ वीं तक के छात्र |
उद्देश्य | बच्चों को मिड डे मील के साथ दूध से भरपूर पोषण प्रदान करना |
लाभ | बच्चों को पोषण युक्त आहार प्रदान किया जाएगा |
साल | 2024 |
राज्य | राजस्थान |
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Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के तहत दूध की मात्रा
राजस्थान मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के अंतर्गत कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को मिड डे मील के साथ दूध भी उपलब्ध कराया जाएगा। सप्ताह में दो बार, मंगलवार और शुक्रवार को, राज्य सरकार द्वारा बच्चों को दूध प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत राजस्थान के कक्षा 1 से 8 तक के छात्र छात्राओं को निर्धारित मात्रा में दूध प्रदान किया जाएगा।
कक्षा स्तर | पाउडर मिल्क की मात्रा (प्रति छात्र) | तैयार दूध की मात्रा (प्रति छात्र) | चीनी की मात्रा |
प्राथमिक (कक्षा एक से 5 तक) | 15 ग्राम | 150 मिलीमीटर | 8.4 ग्राम |
उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8 तक) | 20 ग्राम | 200 मिलीमीटर | 10.2 ग्राम |
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के लाभ एवं विशेषताएं
- मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के अंतर्गत राजस्थान के विभिन्न विद्यालय, प्राइमरी विद्यालय, मदरसे, और विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में छात्र छात्राओं को मिड डे मील के साथ दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
- Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के अंतर्गत कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को , सप्ताह में दो दिन (मंगलवार और शुक्रवार) बच्चों को मिल्क पाउडर से बनाया गया दूध प्रदान किया जाएगा।
- यदि इन दिनों किसी कारणवश अवकाश होता है, तो उसके अगले शिक्षण सत्र के दिनों में बच्चों को दूध पिलाया जाएगा।
- मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के अंतर्गत, राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को हफ्ते में दो बार (मंगलवार और शुक्रवार) प्रति दिन 15 ग्राम पाउडर दूध से तैयार 150 मिलीमीटर दूध उपलब्ध कराया जाएगा। कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए भी हफ्ते में दो बार 20 ग्राम पाउडर दूध से तैयार 200 मिलीमीटर दूध स्कूलों में पीने के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
- Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के तहत, मिड डे मील की सहायता से हर जिले में मिल्क पाउडर का वितरण किया जाएगा। यह वितरण आरसीडीएफ (Rajasthan State Cooperative Dairy Federation Limited) द्वारा प्रत्येक विद्यालय में जाकर किया जाएगा।
- विद्यालय प्रबंधन समिति और आरसीडीएफ को बच्चों को दूध देने और दूध की गुणवत्ता को मापने की जिम्मेदारी होगी।
- बिल्कुल, इस योजना के लाभ से बच्चे मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होंगे, क्योंकि यह उन्हें पोषण से समृद्धि करने का सुनहरा अवसर प्रदान करती है।
- Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के माध्यम से बच्चों को स्कूल में दाखिला लेने के लिए प्रोत्साहित करने से उनकी शिक्षा में सुधार होगा और इससे उनका भविष्य भी मजबूत होगा।
- इस योजना के माध्यम से राजस्थान के लगभग 60 लाख बच्चों को फायदा मिलने से उनका स्वास्थ्य एवं शिक्षा में सुधार होने की संभावना है।
- इस योजना से बच्चों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन युक्त दूध मिलने से उनका स्वास्थ्य बना रहेगा और उनमें पूरे विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व भी उपलब्ध होंगे। यह एक स्वस्थ और मजबूत जीवन की ओर एक प्रमुख कदम हो सकता है।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana की पात्रता
- राजस्थान के छात्र-छात्राएं हो
- Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के तहत मिड डे मील योजना से लाभान्वित प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों, मदरसों, और स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं पात्र होंगे।
- इस योजना का लाभ केवल राजस्थान के छात्र-छात्राएं कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को प्रदान किया जाएगा।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana का संचालन
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का आरंभ राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी ने किया है, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य के स्कूली बच्चों को पोषण युक्त आहार प्रदान करना है। इसके संचालन हेतु राज्य स्तर पर मिड डे मील आयुक्त को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे योजना को सुनिश्चित रूप से संचालित किया जा सके। इसके साथ ही, जिला स्तर पर जिला अधिकारी और ब्लॉक स्तर पर शिक्षा अधिकारी भी दूध वितरण को सुनिश्चित करने के लिए सहायक होंगे। योजना के तहत, विद्यालय प्रबंधन को भी दूध वितरण के लिए जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इस रूप में, Mukhyamantri Bal Gopal Yojana का संचालन तीन स्तरों पर सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि बच्चों को सही मात्रा में पोषण सुनिश्चित हो सके।
सारांश (Summay)
तो दोस्तों, हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया कि कैसे आप (Mukhyamantri Bal Gopal Yojana:मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना) की सभी जानकारी को विस्तार पूर्वक बता दिया है।यदि आपको जानकारी पसंद आई हो तो आप हमें मैसेज करके बता सकते हैं और इसके अलावा यदि आपको कोई भी समस्या या योजना से जुड़े सवालों के जवाब जानने हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं।हमारी टीम आपके सभी सवालों का जवाब देने की कोशिश जरूर करेगी।
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Posted By – Surendra Jain
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana FAOs
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना कब से शुरू हुई?
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana की शुरुआत राजस्थान में वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट के माध्यम से की गई है। इस योजना को 29 नवंबर 2022 से राजस्थान के सभी राजकीय विद्यालयों में प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। यह योजना बच्चों को पोषणपूर्ण आहार और मिड-डे-मील के माध्यम से पौष्टिक दूध प्रदान करने का उद्देश्य रखती है, ताकि उनका सही स्वास्थ्य और विकास हो सके।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana का लाभ किन को मिलेगा?
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत राजस्थान के सभी सरकारी और सार्वजनिक स्कूलों में पढ़ने वाले प्रथम कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के छात्र छात्राओं को सप्ताह में 2 दिन पौष्टिक दूध प्रदान किया जा रहा है।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana का बजट कितना है?
डूंगरपुर जिले के प्रारंभिक शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कटारा ने बताया है कि सीएम बाल गोपाल योजना के तहत राजस्थान सरकार ने डूंगरपुर जिले को 7 करोड़ रुपये का बजट प्रदान किया है। इस बजट का उपयोग स्कूलों में पाउडर से दूध बनाने और बच्चों को वितरित करने के लिए गिलास और अन्य बर्तनों की खरीद के लिए किया जाएगा।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के तहत दूध की मात्रा क्या होगी ?
राजस्थान मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा कक्षा 1 से आठवीं तक के बच्चों को मिड डे मील के साथ दूध उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। सप्ताह में दो बार, यानी मंगलवार और शुक्रवार को बच्चों को दूध प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत, राजस्थान के कक्षा 1 से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को निर्धारित मात्रा में दूध मिलेगा। यह कदम राज्य के शिक्षा क्षेत्र में बच्चों के स्वस्थ विकास को समर्थन प्रदान करने का हिस्सा है।