अटल भूजल योजना 2025 : जल संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम
भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां जल का अत्यधिक महत्व है। जल की उपलब्धता, विशेष रूप से भूजल (Groundwater), देश की कृषि, पेयजल आपूर्ति और औद्योगिक विकास की रीढ़ है। परंतु पिछले कुछ दशकों में भूजल के अत्यधिक और असंतुलित दोहन के कारण यह संसाधन संकट में है।
इसी समस्या के समाधान हेतु केंद्र सरकार ने “Atal Bhujal Yojana 2025” की शुरुआत की थी, जो 2025 में और अधिक सशक्त रूप में लागू की जा रही है। अटल भूजल योजना 6,000 करोड़ रुपये की लागत वाली एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जिसका उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी के साथ भूजल के सतत प्रबंधन को बढ़ावा देना है।
योजना की शुरुआत :-
Atal Bhujal Yojana 2025 की शुरुआत 25 दिसंबर 2019 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर की गई थी। यह योजना विश्व बैंक की सहायता से शुरू की गई थी जिसमें कुल अनुमानित बजट 6,000 करोड़ रुपए रखा गया था। इस योजना का उद्देश्य भूजल स्तर में गिरावट को रोकना और जल प्रबंधन में जन सहभागिता को बढ़ावा देना था।
अब 2025 में यह योजना नए रूप, नई तकनीकों और व्यापक दायरे के साथ सामने आई है, जिससे ग्रामीण भारत में भूजल संरक्षण को और मजबूती दी जा सके।
योजना की विशेषताएं ;-
1. नई तकनीकों का समावेश –
2025 में अटल भूजल योजना में भूजल स्तर की निगरानी के लिए AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता), IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स), GIS मैपिंग, और सैटेलाइट इमेजिंग जैसी तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है। इससे जल की मात्रा और गुणवत्ता की वास्तविक समय में जानकारी मिल सकेगी।
2. ग्राम पंचायतों की भूमिका –
योजना में अब गांवों की ग्राम जल समितियों को विशेष अधिकार और प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि स्थानीय स्तर पर जल प्रबंधन योजनाएं बनाई और क्रियान्वित की जा सकें।
3. महिला सहभागिता –
2025 के संस्करण में महिलाओं की भागीदारी को प्राथमिकता दी गई है। जल समितियों में महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका दी जा रही है ताकि वे जल संरक्षण की जागरूकता फैलाने में प्रमुख भूमिका निभाएं।
4. स्कूलों और बच्चों की भागीदारी –
योजना के अंतर्गत अब स्कूलों में “जल योद्धा” कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिससे बच्चे जल संरक्षण के प्रति जागरूक हों और अपने घर-गांव में इसका प्रचार करें।
योजना के लक्ष्य :-
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भूजल स्तर में सुधार लाना
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सांप्रदायिक सहभागिता से जल प्रबंधन को सशक्त बनाना
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जल उपयोग की दक्षता बढ़ाना
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फसल विविधीकरण को बढ़ावा देना, जिससे जल की खपत कम हो
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स्थायी और दीर्घकालीन जल संरक्षण योजनाओं को लागू करना
किन राज्यों में योजना लागू है :-
Atal Bhujal Yojana 2025 शुरू में 7 राज्यों में लागू की गई थी :
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गुजरात
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हरियाणा
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कर्नाटक
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मध्य प्रदेश
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महाराष्ट्र
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राजस्थान
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उत्तर प्रदेश
2025 में इसे और राज्यों तक विस्तारित किया जा रहा है, विशेष रूप से उन जिलों में जहां भूजल का संकट बहुत गंभीर है।
कार्यान्वयन की प्रक्रिया :-
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जल लेखा तैयार करना :-
हर गांव के लिए एक विस्तृत भूजल रिपोर्ट तैयार की जाती है जिसमें जल स्तर, उपयोग, स्रोत, और समस्या को चिन्हित किया जाता है। -
जल बजट बनाना :-
गांव के जल संसाधनों के आधार पर एक वार्षिक जल बजट तैयार किया जाता है, जिससे यह निर्धारित होता है कि कितनी मात्रा में जल का उपयोग किया जा सकता है। -
सामुदायिक योजना :-
ग्राम जल समितियों के सहयोग से जल संरक्षण की योजना बनाई जाती है, जैसे तालाब निर्माण, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग, ड्रिप सिंचाई इत्यादि। -
निगरानी और मूल्यांकन :-
सरकार और पंचायत मिलकर हर तिमाही में योजना की समीक्षा करती है ताकि परिणामों का आकलन किया जा सके।
2025 के लिए नई पहल :-
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जल ऐप – सरकार ने ‘अटल जल’ नाम से एक मोबाइल एप लॉन्च किया है, जिससे ग्रामीण लोग जल स्तर की जानकारी, सुझाव और रिपोर्ट आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
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रेनवॉटर बैंक – हर गांव में वर्षा जल को संग्रहित करने के लिए “रेनवॉटर बैंक” का निर्माण किया जा रहा है।
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रीसाइक्लिंग तकनीक – गांवों में घरेलू जल के पुनः उपयोग की तकनीकें उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
योजना के लाभ :-
Atal Bhujal Yojana 2025 के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में भूजल स्तर को स्थिर करने और जल संकट को कम करने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। इस योजना से किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध हुआ, जिससे उनकी फसल उत्पादन में वृद्धि हुई और आर्थिक स्थिति बेहतर हुई। शुद्ध पेयजल की उपलब्धता से ग्रामीणों के स्वास्थ्य में सुधार आया है, वहीं सामुदायिक भागीदारी से गांवों में जल संरक्षण को लेकर जागरूकता और सामाजिक एकता बढ़ी है। इसके अलावा, महिलाओं और बच्चों की सक्रिय भागीदारी ने जल संरक्षण को एक जनांदोलन का रूप दिया है, जिससे यह योजना न केवल पर्यावरण संरक्षण बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण का भी माध्यम बन रही है।
चुनौतियां और समाधान :-
चुनौती :-
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लोगों की उदासीनता और जागरूकता की कमी
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तकनीकी ज्ञान का अभाव
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जल संरक्षण को लेकर लंबी अवधि की सोच का अभाव
समाधान :-
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निरंतर जनजागरूकता अभियान
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स्कूलों में जल शिक्षा का समावेश
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तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम
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जल पंचायतों को मजबूत बनाना
आवेदन कैसे करें ?
अकसर पूछे गये सवाल ( FAQ`S )
अटल भूजल योजना क्या है ?
उतर :- अटल भूजल योजना (अटल जल) का लक्ष्य समुदाय के नेतृत्व वाले स्थायी भूजल प्रबंधन को प्रदर्शित करना है जिसे बड़े पैमाने पर ले जाया जा सकता है।
हाल ही में सरकार ने अटल भूजल योजना को कब तक बढ़ाया है ?
उतर :- यह योजना पांच वर्षों 2020-21 से वर्ष 2024-25 तक के लिये है।
भारत में सबसे अधिक भूजल का उपयोग कौन सा राज्य करता है ?
उतर :- सही उत्तर तमिलनाडु है। देश में कुल पुनःपूर्ति भूजल संसाधन लगभग 432 घन किमी हैं। गंगा और ब्रह्मपुत्र घाटियों में कुल पुनःपूर्ति भूजल संसाधनों का लगभग 46 प्रतिशत है।
तो दोस्तों, हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से (Atal Bhujal Yojana 2025 : सरकार की इस योजना से अब हर घर पहुंचेगा जल) की सभी जानकारी को विस्तार पूर्वक बता दिया है। Atal Bhujal Yojana 2025केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह एक जनांदोलन बनने की ओर बढ़ रही है।
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