Subsidy on Goat Farming : जानें किस योजना के तहत करना होगा आवेदन और कितना मिल सकता है लाभ
Subsidy on Goat Farming : इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में किसान बकरी पालन करके अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। बकरी के दूध और मांस की बाजार में काफी मांग है। आज गांवों के अलावा शहरों में भी बकरी पालन का व्यवसाय तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। शहरी क्षेत्र के लोग भी बकरी पालन व्यवसाय (Goat Rearing Business) से अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं।
विशेष बात यह है कि बकरी पालन को व्यवसाय के रूप में शुरू करने के लिए सरकार भी सहायता प्रदान कर रही है। सरकार बकरी पालन के लिए 10-50 लाख रुपए तक की सब्सिडी (Subsidy) प्रदान कर रही है। इच्छुक व्यक्ति जो बकरी पालन से अच्छी कमाई करना चाहते हैं वे सरकारी योजना के तहत आवेदन करके लोन और सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं।
Subsidy on Goat Farming : बकरी पालन से कितनी हो सकती है कमाई
Subsidy on Goat Farming : बकरी पालन का व्यवसाय विशेषकर छोटे किसानों के लिए उनकी आय बढ़ाने का एक बहुत अच्छा जरिया है। यह ऐसा व्यवसाय है जिसे कम पूंजी में भी शुरू किया जा सकता है और इसे आवश्यकतानुसार विस्तार दिया जा सकता है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड सहित अनेक राज्यों में किसान बकरी पालन से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। बकरियां यहां एटीएम की तरह होती हैं जिन्हें बेचकर तुरंत पैसा कमाया जा सकता है।
यदि बकरी पालन को व्यावसायिक रूप से किया जाए तो इससे अच्छी आय अर्जित की जा सकती है। खास बात यह है कि बकरी पालन व्यवसाय के लिए सरकार 10 से 50 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्रदान कर रही है। यह सब्सिडी बकरियों की संख्या के आधार पर दी जाती है।
एक अनुमान के मुताबिक 18 मादा बकरियों से प्रति वर्ष औसतन 2,16,000 रुपए की कमाई की जा सकती है। वहीं नर बकरों से औसतन 1,98,000 रुपए की कमाई हो सकती है। बकरी पालन से प्राप्त होने वाली यह आय छोटे किसानों के लिए आर्थिक स्थिरता और समृद्धि का मार्ग खोलती है।
Subsidy on Goat Farming : बकरी पालन योजना के मुख्य उद्देश्य
बकरी पालन योजना के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- बकरी पालन को बढ़ावा देना : योजना का प्रमुख उद्देश्य बकरी पालन को प्रोत्साहित करना और इसे अधिक व्यवस्थित एवं उत्पादक बनाना है।
- राज्य में रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना : बकरी पालन के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नए रोजगार के अवसर पैदा करना।
- पशुपालक किसानों की आय में वृद्धि करना : बकरी पालन से होने वाली आमदनी को बढ़ाकर पशुपालक किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना।
- राज्य में बेरोजगारी दर में कमी लाना : बकरी पालन के क्षेत्र में अधिक लोगों को रोजगार देकर राज्य की बेरोजगारी दर को कम करना।
इन उद्देश्यों के माध्यम से बकरी पालन योजना न केवल कृषि और पशुपालन को मजबूती प्रदान करेगी बल्कि समग्र रूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
Subsidy on Goat Farming : बकरी पालन पर कितनी मिल रही है सब्सिडी
Subsidy on Goat Farming : इस योजना के तहत यदि कोई किसान 100 बकरियों की यूनिट स्थापित करता है जिसमें 5 बीजू बकरियों को रखना आवश्यक है तो इसके लिए कुल लागत 20 लाख रुपए निर्धारित की गई है। इस पर किसान को 50 प्रतिशत यानी अधिकतम 10 लाख रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
वहीं यदि कोई किसान 500 बकरियों वाले प्रोजेक्ट का चुनाव करता है जिसमें 25 बीजू बकरियों को रखना आवश्यक है तो इस परियोजना की लागत एक करोड़ रुपए निर्धारित की गई है। इस पर भी 50 प्रतिशत यानी अधिकतम 50 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्राप्त की जा सकती है।
सरकार की इस योजना का उद्देश्य किसानों को बकरी पालन व्यवसाय में सहायता प्रदान कर उनकी आय में वृद्धि करना है।
Subsidy on Goat Farming : किन किसानों को मिलेगा योजना का लाभ
Subsidy on Goat Farming : राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत एकल किसान जिसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। एकल किसान योजना के तहत आवेदन करके बकरी पालन पर 10 लाख रुपए की सब्सिडी प्राप्त की जा सकती है। इस योजना के तहत किसान कम से कम 100 बकरियों की यूनिट शुरू कर सकता है।
हालांकि इसे शुरू करने के लिए किसान के पास पर्याप्त जमीन और अन्य आवश्यक संसाधन होने चाहिए क्योंकि आवेदन करते समय किसान को जमीन के कागजात सहित अन्य दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
अगर किसान समूह इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो उन्हें स्वयं सहायता समूह या कृषि उत्पादन संगठन के रूप में पंजीकृत होना होगा। इस प्रकार व्यक्तिगत किसान और संगठित समूह दोनों ही इस योजना का लाभ उठाकर बकरी पालन से अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।
Subsidy on Goat Farming : बकरी पालन के लिए सब्सिडी हेतु किन दस्तावेजों की होगी आवश्यकता
Subsidy on Goat Farming : यदि आप बकरी पालन पर सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी :
- आवेदन करने वाले किसान का आधार कार्ड
- आवेदक किसान का पैन कार्ड
- आवेदक का निवास प्रमाण-पत्र
- बैंक खाता विवरण के लिए बैंक पासबुक की कॉपी
- आवेदक का आधार से लिंक मोबाइल नंबर
- आवेदक का आय प्रमाण-पत्र
- आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो
- बकरी पालन से संबंधित प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र
- जाति प्रमाण-पत्र (केवल अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए, यदि लागू हो)
इन दस्तावेजों को सही तरीके से प्रस्तुत करके आप बकरी पालन के लिए सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
Subsidy on Goat Farming : बकरी पालन पर सब्सिडी के लिए कैसे करें आवेदन
Subsidy on Goat Farming : इन दिनों उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बकरी पालन यूनिट शुरू करने के लिए सब्सिडी दी जा रही है। यदि आप यूपी के किसान हैं तो आप राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के तहत बकरी पालन पर सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं। इसके लिए आपको निम्नलिखित कदम उठाने होंगे :
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं : सबसे पहले राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://nlm.udyamimitra.in/ पर जाएं।
- ऑनलाइन आवेदन करें : वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें। आवेदन करते समय सभी आवश्यक दस्तावेज अपने पास रखें ताकि आवेदन प्रक्रिया में कोई परेशानी न हो।
- आवश्यक दस्तावेज जमा करें : आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज जमा करें :
-
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण-पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
- आधार से लिंक मोबाइल नंबर
- आय प्रमाण-पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बकरी पालन से संबंधित प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र
- जाति प्रमाण-पत्र (केवल अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए यदि लागू हो)
- स्थानीय विभाग से संपर्क करें : योजना की अधिक जानकारी के लिए अपने निकटतम पशु चिकित्सालय या पशुपालन विभाग से संपर्क करें।
Subsidy on Goat Farming : इस तरह करें बकरी पालन
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत बकरी पालन पर सब्सिडी दी जा रही है। किसान 5 श्रेणियों में आवेदन कर सकते हैं और 100 से 500 बकरियों की यूनिट लगा सकते हैं।
- 100 बकरियों की यूनिट : लागत 20 लाख रुपये, 50% या अधिकतम 10 लाख रुपये की सब्सिडी। 5 बीजू बकरियां अनिवार्य।
- 500 बकरियों की यूनिट : लागत 1 करोड़ रुपये 50% या अधिकतम 50 लाख रुपये की सब्सिडी। 25 बीजू बकरियां अनिवार्य।
- एकल किसान योजना : पुरुष और महिला दोनों शामिल 10 लाख रुपये की सब्सिडी।
Subsidy on Goat Farming : बकरी पालन ऋण की ब्याज दर
बकरी पालन योजना के अंतर्गत प्रदान किए जाने वाले ऋण की ब्याज दर और उसकी शर्तें निम्नलिखित हैं:
- ब्याज दर : इस योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले ऋण पर 11.6% की ब्याज दर लागू होती है।
- कोलेट्रल फ्री ऋण : इस ऋण के लिए किसी भी संपत्ति या कीमती वस्तु को गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती है, इसे कोलेट्रल फ्री ऋण कहा जाता है।
इस योजना के माध्यम से पशुपालकों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराना और उनकी आय को बढ़ावा देना संभव होगा, जिससे वे बिना किसी वित्तीय दबाव के अपने बकरी पालन के व्यवसाय को बढ़ा सकें।
FAQ’s
10 बकरी पर कितना लोन मिल सकता है ?
10 बकरियों के लिए बकरी पालन योजना के तहत लगभग ₹60,000 से ₹1,00,000 तक का ऋण मिल सकता है।
बकरी पर लोन कौन सी बैंक देती है ?
- नाबार्ड (NABARD)
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
- बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB)
- कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (Regional Rural Banks – RRBs)
सारांश (Summay)
तो दोस्तों हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से (Subsidy on Goat Farming : बकरी पालन के लिए मिल रही है 10 से 50 लाख रुपए की सब्सिडी, ऐसे उठाएं लाभ) की सभी जानकारी को विस्तार पूर्वक बता दिया है। यदि आपको जानकारी पसंद आई हो तो आप हमें मैसेज करके बता सकते हैं और इसके अलावा यदि आपको कोई भी समस्या या योजना से जुड़े सवालों के जवाब जानने हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं। हमारी टीम आपके सभी सवालों का जवाब देने की कोशिश जरूर करेगी।
ध्यान दें :– ऐसे ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा शुरू की गई नई या पुरानी सरकारी योजनाओं की जानकारी हम सबसे पहले अपने इस वेबसाइट सरकारी योजनाये के माध्यम से देते हैं तो आप हमारे वेबसाइट को फॉलो करना ना भूलें ।
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इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…