Post Office Kisan Vikas Patra Yojana : पोस्ट ऑफिस आपके पैसे को करेगी दुगुना
Post Office Kisan Vikas Patra Yojana – जैसा कि आप सभी जानते हैं पोस्ट ऑफिस सरकारी बैंक की तरह काम करता है और यहाँ पर आपके पैसे की पूरी सुरक्षा होती है। पोस्ट ऑफिस में चल रही इस योजना का नाम ‘ पोस्ट ऑफिस किसान विकास पत्र योजना है। इस योजना में देश का कोई भी व्यक्ति पैसा जमा कर सकता है। आपको जानकर खुशी होगी कि पहले यह योजना सिर्फ किसानों के लिए थी लेकिन अब यह योजना सभी लोगों के लिए उपलब्ध है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आप पोस्ट ऑफिस में जाकर इस योजना में खाता खोल सकते हैं।
क्या कभी आपने सोचा है कि क्या ऐसी कोई योजना हो सकती है जिससे आपका पैसा दोगुना हो सके ?
(KVP) आज हम आपके लिए एक ऐसी पोस्ट ऑफिस योजना लेकर आए हैं जिसमें आपका पैसा दोगुना हो सकता है।
हाँ आपने सही समझा पोस्ट ऑफिस में एक ऐसी योजना है जिसमें आप अपने पैसे को दोगुना कर सकते हैं।
Post Office Kisan Vikas Patra Yojana – जहाँ आपका पैसा होगा डबल !
पोस्ट ऑफिस की इस योजना में आप सिर्फ 1000 रुपये जमा करके खाता खोल सकते हैं। और जब योजना की अवधि समाप्त हो जाती है तो आपको मैच्योरिटी पर 2000 रुपये मिलते हैं। यदि आप इस योजना में 10,000 रुपये जमा करते हैं तो मैच्योरिटी पर आपको 20,000 रुपये मिलते हैं।
इस तरह की योजना में आप कितना भी पैसा जमा करें अपने पैसे को डबल कर सकते हैं। अगर आप 50,000 रुपये जमा करते हैं तो 1 लाख मिलते हैं। और यदि आप 1 लाख रुपये जमा करते हैं तो 2 लाख मिलते हैं और 4 लाख जमा करते हैं तो 8 लाख मिलते हैं। पोस्ट ऑफिस में आपको सुरक्षा की भी पूरी गारंटी दी जाती है इसलिए आप बिना किसी चिंता के इस योजना में पैसा निवेश कर सकते हैं।
Post Office Kisan Vikas Patra Yojana – इतने ही दिनों में हो जाएंगे आपके पैसे डबल !
तो आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि आपके पैसे डबल होने में कितने समय लगेगा। लेकिन चिंता न करें मैं आपको इस सवाल का उत्तर भी देने वाला हूं। लेकिन पहले आपको कुछ और बातें भी जानने की आवश्यकता है। इस योजना में वर्तमान में 7.5% ब्याज दर लागू है। अब अगर आप इस योजना में 50,000 रुपये जमा करते हैं तो पैसे डबल होने में लगने वाला समय 124 महीने होता है। अर्थात आपको 1 लाख रुपये मिलेंगे जब 10 साल पूरे होंगे। यदि आप 5 लाख रुपये जमा करते हैं तो 10 साल बाद आपको मैच्योरिटी के साथ 10 लाख रुपये की धन राशि मिलेगी।
केवीपी प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवेदक को निम्नलिखित दस्तावेजों की प्रतियां प्रस्तुत करनी होंगी :
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड/पैन कार्ड/वोटर आईडी कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस/पासपोर्ट) : आवेदक को अपनी पहचान के साक्ष्य के रूप में किसी भी सरकारी वित्तीय प्रमाण पत्र का उपयोग करना होगा। यह प्रमाण पत्र आवेदक की पहचान को साबित करने के लिए आवश्यक होगा।
- केवीपी आवेदन पत्र : यह फॉर्म केवीपी योजना के लिए आवेदन करने के लिए भरा जाता है। आवेदक को सही और पूरा आवेदन पत्र प्रस्तुत करना होगा।
- निवास प्रमाण पत्र : आवेदक को अपने वर्तमान पते का प्रमाण करने के लिए निवास प्रमाण पत्र की प्रतियां प्रस्तुत करनी होगी।
- जन्मतिथि प्रमाण पत्र : आवेदक को अपनी जन्मतिथि को सत्यापित करने के लिए जन्मतिथि प्रमाण पत्र की प्रतियां प्रस्तुत करनी होगी।
इन दस्तावेजों को सही और पूरा रूप से प्रस्तुत करने के बाद आवेदक को केवीपी प्रमाणपत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया के लिए आगे बढ़ने की अनुमति दी जाएगी।
Post Office Kisan Vikas Patra Yojana – ऑनलाइन केवीपी (kvp) खाता कैसे खोल सकते हैं:
- डीओपी इंटरनेट बैंकिंग में लॉग इन करें : अपने डीओपी इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल में लॉग इन करें।
- “सामान्य सेवाएँ” में जाएं : मुख्य मेनू में “सामान्य सेवाएँ” या इसके समक्ष विकल्प पर क्लिक करें।
- “सेवा अनुरोध” पर क्लिक करें : “सामान्य सेवाएँ” के अंतर्गत “सेवा अनुरोध” विकल्प पर क्लिक करें।
- “केवीपी खाता चुनें” : “सेवा अनुरोध” में, “केवीपी खाता चुनें – एक केवीपी खाता खोलें (केवीपी के लिए)” विकल्प का चयन करें।
- जानकारी दर्ज करें : ऑनलाइन फॉर्म में केवीपी के लिए न्यूनतम जमा राशि दर्ज करें और अपने डेबिट खाते का चयन करें।
- नियम और शर्तों को स्वीकार करें : नियम और शर्तों को पढ़ें और उनसे सहमति दें फिर आवेदन ऑनलाइन जमा करें।
- लेन-देन पासवर्ड दर्ज करें : आवेदन पूरा करने के बाद लेन-देन पासवर्ड दर्ज करें और “सबमिट” पर क्लिक करें।
- जमा रसीद देखें/डाउनलोड करें : आपको जमा रसीद को देखने या डाउनलोड करने का विकल्प मिलेगा जो आपके ऑनलाइन केवीपी खाता खोलने की प्रमाणित की सूची के रूप में काम करेगा।
Post Office Kisan Vikas Patra Yojana – की कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए:
- सही डाकघर का चयन : फॉर्म को जमा करने से पहले, उस डाकघर के पोस्टमास्टर जनरल को संपर्क करें जहां आप इसे जमा करने की योजना बना रहे हैं।
- भुगतान की राशि : फॉर्म में निवेश की राशि को स्पष्ट रूप से उल्लेख करें। कटौती और पुनः लिखाई से बचें।
- भुगतान का तरीका : केवीपी फॉर्म का भुगतान चेक या नकद से किया जा सकता है।
- चेक नंबर : यदि आप चेक के माध्यम से भुगतान कर रहे हैं, तो कृपया चेक नंबर को उल्लेख करें।
- संयुक्त या एकल सदस्यता : फॉर्म पर स्पष्ट रूप से उल्लेख करें कि केवीपी एकल या संयुक्त ‘ए’ या संयुक्त ‘बी’ सदस्यता के आधार पर खरीदा गया है।
- नाबालिग लाभार्थी की जानकारी : यदि लाभार्थी नाबालिग है, तो उसकी जन्मतिथि, माता-पिता का नाम और अभिभावक का नाम उल्लेख करें।
- नामांकित व्यक्ति की जानकारी : फॉर्म पर नामांकित व्यक्ति का पूरा नाम, जन्म तिथि और पता उल्लेख किया जाना चाहिए।
- प्रमाणपत्र प्राप्त करना : फॉर्म जमा करने के बाद, लाभार्थी को एक केवीपी प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा जिसमें लाभार्थी का नाम, परिपक्वता की तारीख और परिपक्वता राशि होगी।
Post Office Kisan Vikas Patra Yojana – किसान विकास पत्र (Kvp) और सावधि जमा दोनों ही निवेश विकल्प हैं जो नियमित वित्तीय साधन के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। यहां कुछ मुख्य तुलनात्मक बिंदु हैं जो आपको दोनों में अंतर बताएंगे:
- निवेश और ब्याज की दर : किसान विकास पत्र में न्यूनतम 1000 रुपये का निवेश किया जा सकता है जबकि एफडी में यह न्यूनतम-रु. 500 है। केवीपी में ब्याज की दर 5% होती है जो कि अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होती है जबकि एफडी में ब्याज की दर बैंक के नियमों के अनुसार विभिन्न होती है।
- परिपक्वता : किसान विकास पत्र की परिपक्वता 9 वर्ष 7 माह (115 माह) है जबकि एफडी की परिपक्वता 10 वर्ष होती है।
- कर उपचार : केवीपी पर कर उपचार की आवश्यकता होती है जबकि एफडी पर धारा 80 (सी) के तहत 5 लाख रुपये तक की कर छूट है।
- लॉक-इन अवधि : किसान विकास पत्र में ढाई साल का लॉक-इन पीरियड होता है जबकि एफडी में कोई लॉक-इन अवधि नहीं होती है।
- समय से पहले निकासी : केवीपी में परिपक्वता से पहले निकासी की अनुमति है लेकिन सर्वोत्तम रिटर्न प्राप्त करने के लिए 124 महीने तक निवेशित धनराशि को बनाए रखने की सलाह दी जाती है। एफडी में ग्राहक 7 दिन के बाद पैसा निकाल सकते हैं।
Post Office Kisan Vikas Patra Yojana –किसान विकास पत्र (kvp) और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) दोनों ही महत्वपूर्ण निवेश विकल्प हैं लेकिन इन दोनों में कुछ मुख्य अंतर हैं :
- निवेश : केवीपी में न्यूनतम निवेश राशि 1000 रुपये है जबकि एनएससी में यह न्यूनतम 100 रुपये है। एनएससी में अधिकतम निवेश राशि की सीमा 1,50,000 रुपये है।
- ब्याज की दर : केवीपी में ब्याज की दर 5% प्रति वर्ष होती है जबकि एनएससी में यह 7.7% प्रति वर्ष होती है।
- कराधान नीति : केवीपी पर कर उपचार की आवश्यकता होती है जबकि एनएससी पर धारा 80(सी) के तहत कर लाभ और छूट का लाभ मिलता है।
- लिक्विडिटी : केवीपी में लॉक-इन अवधि केवल 6 वर्ष है जबकि एनएससी में यह 5 या 10 वर्ष होती है।
- समयपूर्व निकासी : केवीपी में परिपक्वता से पहले निकासी की अनुमति होती है लेकिन सर्वोत्तम रिटर्न प्राप्त करने के लिए 115 महीने तक निवेशित धनराशि को बनाए रखने की सलाह दी जाती है। एनएससी में परिपक्वता से पहले निकासी बहुत कठिन और प्रतिबंधित होती है।
- ऋण : दोनों में से किसी भी प्रमाणपत्र को आवास आदि के लिए ऋण लेने में गारंटी के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
Post Office Kisan Vikas Patra Yojana – में निवेश करने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान देना चाहिए:
- डाकघर का चयन : फॉर्म को जमा करने से पहले उस डाकघर के संबंधित पोस्टमास्टर जनरल के साथ संपर्क करें जहां आप फॉर्म जमा करने जा रहे हैं।
- निवेश राशि की स्पष्टता : फॉर्म में निवेश की रकम को स्पष्ट रूप से उल्लेख करें और खरीदने के लिए कितना निवेश करने जा रहे हैं इसे ध्यान में रखें।
- भुगतान का विकल्प : केवीपी फॉर्म का भुगतान चेक या नकद के माध्यम से किया जा सकता है इसलिए आपको अपनी पसंद के अनुसार भुगतान का विकल्प चुनना चाहिए।
- संयुक्त या एकल खरीद : यदि आप फॉर्म को संयुक्त रूप से खरीद रहे हैं तो दोनों लाभार्थियों के नाम और अन्य आवश्यक जानकारी को संपूर्णता के साथ भरें।
- नाबालिग लाभार्थी की जानकारी : यदि नाबालिग व्यक्ति को खरीदा जा रहा है तो उसकी जन्मतिथि, माता-पिता का नाम और अभिभावक का नाम भरें।
- नाम और पता : फॉर्म पर नामांकित व्यक्ति के पूरे नाम, जन्म तिथि, और पते को सही और स्पष्ट रूप से भरें।
- प्रमाणपत्र प्राप्ति : फॉर्म जमा करने पर लाभार्थी को उनके नाम, परिपक्वता की तारीख और परिपक्वता राशि के साथ एक केवीपी प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
FAQ’s
क्या पोस्ट ऑफिस में नेट बैंकिंग उपलब्ध है?
पोस्ट ऑफिस में नेट बैंकिंग की सुविधा कुछ विशेष शाखाओं और क्षेत्रों में उपलब्ध हो सकती है लेकिन यह सुविधा सभी पोस्ट ऑफिसों में उपलब्ध नहीं होती। आपको अपने स्थानीय पोस्ट ऑफिस में जाकर यह पूछना होगा कि वहाँ नेट बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध है या नहीं।
post office में 50,000 जमा करने पर 5 साल में कितना मिलेगा –
यदि आप 50,000 रुपये को 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस के फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा करते हैं और यदि ब्याज दर 7.7% हो, तो आपको निम्नलिखित राशि मिलेगी: मूल राशि: 50,000 रुपये ब्याज: (50,000 * 7.7 * 5) / 100 = 19,250 रुपये कुल राशि: 50,000 + 19,250 = 69,250 रुपये इसलिए 5 साल के बाद आपको जमा की गई राशि के साथ-साथ ब्याज के रूप में कुल 69,250 रुपये मिलेंगे।
सारांश (Summay)
तो दोस्तों, हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से (Post Office Kisan Vikas Patra Yojana) : पोस्ट ऑफिस किसान विकास पत्र योजना की सभी जानकारी को विस्तार पूर्वक बता दिया है। यदि आपको जानकारी पसंद आई हो तो आप हमें मैसेज करके बता सकते हैं और इसके अलावा यदि आपको कोई भी समस्या या योजना से जुड़े सवालों के जवाब जानने हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं।हमारी टीम आपके सभी सवालों का जवाब देने की कोशिश जरूर करेगी।
ध्यान दें :– ऐसे ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा शुरू की गई नई या पुरानी सरकारी योजनाओं की जानकारी हम सबसे पहले अपने इस वेबसाइट सरकारी योजनाये के माध्यम से देते हैं तो आप हमारे वेबसाइट को फॉलो करना ना भूलें ।
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इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…